बैतूल में नागपुर - इटारसी रेलवे लाइन पर एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। तुरंत ही आमला और नागपुर से टीम मौके पर पहुंची और काम शुरू किया गया। फिलहाल ट्रैक पर आवागमन बंद है। तीसरी लाइन से ट्रेनों को इटारसी की ओर निकाला जा रहा है। इधर, जबलपुर में मंगलवार देर रात LPG से भरे दो वैगन पटरी से उतर गए। अगर ट्रेन रफ्तार में होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
बैतूल में डीरेल मालगाड़ी में ट्रेन की पटरियां भरी थीं। बुधवार सुबह करीब 11 बजे चिचन्डा के पास अप ट्रैक पर एक डिब्बा पटरी से उतर गया। डिब्बा कैसे डीरेल हुआ, इस संबंध में रेलवे के अधिकारी फिलहाल कुछ भी जानकारी देने के लिए तैयार नहीं है। पिछले 15 दिनों में यह दूसरी बार है, जब मालगाड़ी चिचन्डा के पास डीरेल हुई है।
तीसरी लाइन पर ट्रैफिक बढ़ा, ट्रेनें लेट
रेलवे के अफसरों कहना है कि अप ट्रैक के बंद होने के बाद तीसरी लाइन से आवागमन शुरू किया गया है। इस पर ट्रैफिक बढ़ गया है। इसके कारण ट्रेनें लेट हो रही हैं। भोपाल से आने वाली दक्षिण एक्सप्रेस करीब आधा घंटा लेट हो चुकी है। अफसरों का दावा है कि जल्द ही अप ट्रैक को शुरू कर लिया जाएगा।
जबलपुर में LPG से भरे दो वैगन पटरी से उतरे
जबलपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर शहपुरा गैस प्लांट के पास मंगलवार देर रात मालगाड़ी के दो वैगन डी-रेल हो गए। वैगन में लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) भरी थी। जबलपुर स्टेशन से रेल अधिकारी, कर्मचारी दुर्घटना राहत ट्रेन से घटनास्थल पहुंचे।
पश्चिम मध्य रेलवे, मध्यप्रदेश के CPRO की ओर से बताया कि मालगाड़ी गैस फैक्ट्री के अंदर रैक को खाली करने जा रही थी। डी रेल होने से कोई मुख्य लाइन संचालन प्रभावित नहीं हुआ है। मेन लाइन में ट्रेनों की आवाजाही सामान्य है। अधिकारियों की उपस्थिति में सुबह बहाली का काम शुरू हुआ। साइडिंग मालिक ने फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किया।
बताया जा रहा है कि भारत पेट्रोलियम गैस से भरी करीब 40 वैगन को लेकर रिवर्स हो रही ट्रेन के दो वैगन अचानक पटरी से नीचे उतरे। घटना की सूचना लोको पायलट ने सीधे शहपुरा भिटौनी स्टेशन और जबलपुर मुख्य स्टेशन में दी, जिसके बाद खतरे का सायरन बजा और फिर दुर्घटना राहत ट्रेन जबलपुर से प्लांट पहुंची। सभी वैगन में गैस भरी हुई थी। अगर ट्रेन रफ्तार में होती और तब गैस से भरे वैगन पटरी से उतरते तो एक बड़ा हादसा भी हो सकता था।