भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय द्वारा बीच सत्र में छात्र-छात्राओं की परीक्षा फीस में वृद्धि कर दी गई। इसको लेकर प्रदेश के लगभग 300 संस्था संचालकों ने बुधवार को बिशन खेड़ी स्थित परिसर में विरोध करते हुए रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा। कुलपति के नाम दिए इस ज्ञापन में उन्होंने परीक्षा शुल्क वृद्धि घटाने, परीक्षा शाखा में सालों से कार्य कर रहे कर्मचारियों को हटाने, विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किए जाने वाले पीजीडीसीए और डीसीए को शासकीय सेवाओं में योग्यता के रूप में सम्मिलित किए जाने की अपील की गई।
माखनलाल एसोसिएटेड स्टडी इंस्टीट्यूट निदेशक कल्याण सोसायटी के अध्यक्ष पंकज ने बताया कि विश्वविद्यालय ने बीच सत्र में परीक्षा फीस में वृद्धि कर दी गई, जिसके चलते केंद्र संचालक व छात्र-छात्राओं के बीच टकराव की स्थिति बन रही है। इसी को लेकर आज संगठन के सदस्यों ने विश्वविद्यालय में कुलपति के नाम ज्ञापन प्रेषित किया है। इस दौरान रजिस्ट्रार ने आश्वासन दिया गया है कि संगठन की मांगों को ध्यान में रखते हुए छात्र हित में विश्वविद्यालय जल्द ही निर्णय लेगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अविनाश बाजपेई, बबीता अग्रवाल एएसआई, संगठन के उपाध्यक्ष विनोद आदित्य तिवारी, सचिव नंदन जोशी, सह-सचिव प्रदीप साहनी, कोषाध्यक्ष सुधीश नायर, संगठन मंत्री सिद्धार्थ शेखर अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में संबद्ध संस्थाओं के डायरेक्टर आदि उपस्थित रहे।