भोपाल। आज नर्मदापुरम जिले के सभी नर्सिंग महाविद्यालयों के नर्सिंग छात्र छात्राओं ने एनएसयूआई मेडिकल विंग के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और जमकर नारेबाजी की।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश संयोजक रवि परमार ने बताया कि नर्सिंग छात्र छात्राओं की पिछले 3 सालों से परीक्षाएं नहीं हुए हैं। छात्र छात्राएं और उनके परिजन भविष्य को लेकर अत्यधिक चिंतित हैं यही नहीं छात्र छात्राएं आर्थिक रूप से जूझ रहे हैं। रवि परमार ने आगे कहा कि, नर्सिंग छात्र छात्राएं अपने भविष्य को लेकर अत्यधिक चिंतित हैं। जिन छात्र छात्राओं का 2 साल का कोर्स था, उनका तीन साल बीतने के बाद भी अभी तक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं नहीं हुई हैं। यही हाल 4 साल के कोर्स वाले स्टूडेंट्स का है 3 साल बीतने के बाद भी प्रथम वर्ष की परीक्षा नहीं हुई। छात्र-छात्राओं के साथ साथ उनके अभिभावक भी मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं... उन्हें चिंता है कि उनकी डिग्री कब मिलेगी? विश्वविद्यालय द्वारा बार बार परीक्षाएं रद्द करने के कारण नर्सिंग में अध्यनरत छात्र छात्राएं मानसिक रूप से असहज महसूस कर रही है। यदि कोई छात्र छात्राएं मानसिक दबाव में आकर आत्मघाती कदम उठाते हैं तो इसके लिए सीधे तौर पर सरकार की जिम्मेदार होंगी।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश संयोजक रवि परमार ने बताया कि नर्सिंग छात्र छात्राओं की पिछले 3 सालों से परीक्षाएं नहीं हुए हैं। छात्र छात्राएं और उनके परिजन भविष्य को लेकर अत्यधिक चिंतित हैं यही नहीं छात्र छात्राएं आर्थिक रूप से जूझ रहे हैं। रवि परमार ने आगे कहा कि, नर्सिंग छात्र छात्राएं अपने भविष्य को लेकर अत्यधिक चिंतित हैं। जिन छात्र छात्राओं का 2 साल का कोर्स था, उनका तीन साल बीतने के बाद भी अभी तक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं नहीं हुई हैं। यही हाल 4 साल के कोर्स वाले स्टूडेंट्स का है 3 साल बीतने के बाद भी प्रथम वर्ष की परीक्षा नहीं हुई। छात्र-छात्राओं के साथ साथ उनके अभिभावक भी मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं... उन्हें चिंता है कि उनकी डिग्री कब मिलेगी? विश्वविद्यालय द्वारा बार बार परीक्षाएं रद्द करने के कारण नर्सिंग में अध्यनरत छात्र छात्राएं मानसिक रूप से असहज महसूस कर रही है। यदि कोई छात्र छात्राएं मानसिक दबाव में आकर आत्मघाती कदम उठाते हैं तो इसके लिए सीधे तौर पर सरकार की जिम्मेदार होंगी।
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