गुना। MP के गुना जिले में दवाखाना संचालक के 15 साल के बेटे ने पिटाई से बचने उसकी हत्या कर दी, नाबालिग को डर था कि एग्जाम में फेल होने पर पिता उसकी पिटाई करेंगे। इसलिए उसने कुल्हाड़ी मारकर पिता की हत्या कर दी और फिर पड़ोसी को फंसाने की साजिश रची। फिंगरप्रिंट जांच से बचने के लिए उसने अपनी उंगलियों का आगे का हिस्सा तक जला लिया।
बेटे ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि पापा एक कमरे में अकेले सो रहे थे। रात 1:30 बजे उनके चिल्लाने की आवाज आई। जब में वहां पहुंचा था तो पापा खून से लथपथ पड़े थे। तभी घर के जीने से एक व्यक्ति छत पर भागता हुआ दिखा। मैं उसके पीछे भागा तो वह धक्का देकर छत से रस्सी के सहारे उतरकर भाग निकला। उसके हाथ में कुल्हाड़ी थी। दुलीचंद्र के परिवार में बेटे से छोटी दो बेटियां और पत्नी है।
SP राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि मृतक के बेटे की रिपोर्ट पर पुलिस ने संदेही पड़ोसी को कस्टडी में तो ले लिया था, लेकिन शुरू से ही लड़के की कहानी कुछ गड़बड़ लग रही थी। पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। संदेही से पूछताछ, डॉग स्क्वाड, फिंगर प्रिंट और घटनास्थल के निरीक्षण में पूरी कहानी बनावटी लगी। शक मृतक के बेटे पर हुआ। पूछताछ में उसने सब कुछ उगल दिया।
फेल होता तो पापा घर से निकाल देते, हत्या कर दी
मृतक के बेटे ने बताया कि उसके पिता उसे पढ़ाई न करने की बात पर डांटा करते थे। कुछ दिन पहले उसके पापा ने उससे कहा था कि तू अगर 10वीं के एग्जाम में फेल हो गया तो घर से निकाल दूंगा। उसने एग्जाम की तैयारी नहीं की थी और उसे फेल होने का डर सता रहा था। उसे पता था कि नाली की बात को लेकर पापा का झगड़ा पड़ोस में रहने वाले से चल रहा है। ऐसे में उसने अपने पिता की जान लेकर पड़ोसी वीरेंद्र अहिरवार को फंसा दिया। साजिश पुख्ता करने के लिए उसने अपने घर पर रस्सी भी खुद ही बांधी थी।
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